राज्य ब्यूरो, कोलकाता। उत्तर कोलकाता में स्थित रवींद्र भारती विश्वविद्यालय की महिला प्रोफेसर से 3.60 लाख रुपये की ठगी मामले की जांच कर लालबाजार के एंटी बैंकफ्रॉड शाखा की टीम ने जामताड़ा गिरोह के दो सदस्यों को गिरफ्तार किया है। पकड़े गये आरोपियों के नाम प्रदीप बाउरी (47) और मिलन दान (23) हैं। दोनों जामताड़ा के रहने वाले बताये जा रहे हैं। इन्हें पुलिस हिरासत में भेज दिया गया है।
प्रदीप झारखंड के जामताड़ा स्थित मोहनपुर थाना क्षेत्र के बाबूपुर गांव का रहनेवाला है, जबकि मिलन जामताड़ा के मारगोमुंडा थाना क्षेत्र के जगाडीह गांव का निवासी बताया गया है। दोनों आरोपियों को अलीपुर अदालत में पेश किया गया। कोर्ट ने इन्हें 8 फरवरी तक पुलिस हिरासत में भेज दिया है। गिरफ्तार आरोपियों के पास से पुलिस ने ठगी के 3.60 लाख रुपये में से 2.40 लाख रुपये बरामद कर लिये हैं।
पुलिस सूत्रों के मुताबिक, 13 जनवरी को खुद को बैंक अधिकारी बताकर शातिर जालसाज ने रवींद्र भारती विश्वविद्यालय की प्रोफेसर को फोन किया। केवाइसी अपडेट करने के बहाने बातों के जाल में फंसाकर उनसे एटीएम एवं क्रेडिट कार्ड से जुड़ी जानकारी हासिल कर ली। इसके बाद उनके बैंक अकाउंट से 3.60 लाख रुपये विभिन्न खातों में ट्रांसफर कर लिये। प्रोफेसर को जब एहसास हुआ कि वह ठगी का शिकार हो गयीं हैं, तो उन्होंने शेक्सपीयर सरणी थाना में इसकी शिकायत दर्ज करायी।
अलग-अलग अकाउंट में ट्रांसफर हुए पैसे
मामले को गंभीरता से लेकर इसकी जांच शुरू की गयी। लालबाजार के एंटी बग्लरी विभाग की टीम ने ठगी के 3.60 लाख रुपये जिन लोगों के वॉलेट में रुपये ट्रांसफर किये गये थे, उनसे पूछताछ कर अंत में जामताड़ा गिरोह तक पहुंची। जामताड़ा से प्रदीप बाउरी और मिलन दान को दबोच लिया गया। पुलिस का कहना है कि गिरफ्तार आरोपियों से पूछताछ कर इस गिरोह में शामिल अन्य सदस्यों तक पहुंचने की कोशिश की जा रही है।