स्मार्ट फ़ोन तो सभी के पास है, लेकिन उस स्मार्ट फ़ोन के ज़रिए स्मार्ट काम सब नहीं कर पाते हैं, कुछ तो ऐसे भी हैं जो उसी स्मार्ट फोन पर अपने ज़ेहनी अय्याशी का सामान बटोरते रहते हैं, ऐसा ही एक सोशल मीडिया का छिछोरा पुलिस के हत्थे चढ़ा जो 150 से ज़्यादा लड़कियों और महिलाओं का जीना हराम कर चुका है।
नकली आईडी से असली लंपटगीरी
LATEST CRIME NEWS: सोशल मीडिया (SOCIAL MEDIA) पर लड़कियों और महिलाओं का पीछा करने वाला अब सलाखों के पीछे है। पुलिस के पास पहुँची शिकायतों के मुताबिक बीते छह महीनों के दौरान इस साइबर (CYBER) छिछोरेबाज़ ने डेढ़ सौ से ज़्यादा लड़कियों और महिलाओं का जीना हराम कर दिया था। साइबर पुलिस (CYBER POLICE)ने उसके मोबाइल फोन में ढेर सारे नकली अकाउंट (FAKE ID) देखे जिनसे वो असली लंपटगीरी करता रहता था।
पुलिस के मुताबिक पकड़े गए शख्स का नाम सचिन कुमार है जो असली में रहनेवाला तो हरियाणा के यमुनानगर का था मगर उसका नकली मकान यानी किराए का मकान शाहबाद डेयरी में था जिसमें बैठकर वो आभासी दुनिया में लड़कियों और महिलाओं को चांद तारों की सैर और सपने दिखाता था और उनकी नींद में खलल पैदा करता था।
ऐसे करता था महिलाओं को तंग
CYBER CRIME NEWS: असल में दिल्ली के द्वारका साइबर थाने में एक महिला ने शिकायत दर्ज कराई। शिकायत के मुताबिक 23 मार्च को इसी सचिन ने व्हाट्सऐप नंबर पर दोस्ती की दरख़्वास्त भेजी । महिला ने खुद को शादीशुदा होने का हवाला देकर उसका नंबर ब्लॉक कर दिया। लेकिन शाम से उस नंबर पर मैसेज और कॉल आने का सिलसिला शुरू हो गया।
महिला ने जब ऐतराज़ किया तो सचिन ने फौरन अपनी शराफ़त का नक़ाब नोंच फेंका और धमकाने लगा। बात यहीं तक होती तो शायद ख़त्म भी हो जाती लेकिन सचिन ने सोशल मीडिया से महिला का फोटो उठाकर उसके साथ अपनी कारस्तानी दिखाकर महिला को भेज दिया और धमकी देने वाले अंदाज़ में कहा कि अगर उसकी बात नहीं मानीं तो इस फोटो के ज़रिए उसे ज़माने में रुसवा कर देगा।
पुलिस के शिकंजे में ऐसे आया छिछोरा
DELHI CYBER STORY: पुलिस महिला की इस शिकायत के बाद इस आभासी दुनिया में अपनी दादागीरी दिखाने पर आमादा सचिन के पीछे पड़ गई और बेतार के तारों से ऐसा जाल बिछाया कि सचिन उससे बच नहीं सका। पुलिस ने अलग अलग IP एड्रेस के जरिए उसके ढूंढ़ ही निकाला और शाहबाद डेयरी के इलाक़े में छापा मारकर आखिरकार उसे पकड़ ही लिया।
लेकिन जब पुलिस ने पूछताछ की तो उसने जो बताया उसे सुनकर पुलिस भी चौंक गई। असल में उसने लड़कियों और महिलाओं को इस तरह से धमकाने और ब्लैकमेल करने का ये धंधा यूट्यूब से ही सीखा था। वो फ्रेंडशिप ऐप से लड़कियों के नंबर निकाल लेता और फिर उनसे दोस्ती करता। दोस्ती के लिए मना करने वाली महिला और लड़की की वो फोटो उसी ऐप या डेटिंग साइट से निकाल लेता और फिर उन तस्वीरों को अपने हिसाब से बनाकर लड़की को धमकाता। इस तरह से उसने अलग अलग नकली आईडी से 100 से ज़्यादा लड़कियों और महिलाओं को परेशान कर चुका था।
अब पुलिस उसके कारनामे को जान चुकी है। ज़ाहिर है कि पुलिस अब ये भी जान लेगी कि असल में ऐसा करने के पीछे उसका असली मकसद क्या था। क्या केवल दोस्ती थी या फिर किसी फायदे की गरज से वो दोस्ती का लिबास लिए घूम रहा था।