cyber crime: देश में साइबर क्राइम के संबंध में हर दूसरे दिन कोई न कोई घटना सामने आती रहती है. बिहार में कुछ इसी तरह से साइबर क्राइम बढ़ता जा रहा है. पुलिस के द्वारा कई प्रयासों के बाद भी साइबर क्रिमिनल्स गरीब से लेकर अमीर सभी लोगों को अपना शिकार बना रहे हैं.
Muzaffarpur: cyber crime: देश में साइबर क्राइम के संबंध में हर दूसरे दिन कोई न कोई घटना सामने आती रहती है. बिहार में कुछ इसी तरह से साइबर क्राइम बढ़ता जा रहा है. पुलिस के द्वारा कई प्रयासों के बाद भी साइबर क्रिमिनल्स गरीब से लेकर अमीर सभी लोगों को अपना शिकार बना रहे हैं. हाल ही में बिहार के गोपालगंज से साइबर क्राइम के संबंद में एक मामला सामने आया है. जहां पर साइबर क्रिमिनल्स ने कलेकटर डॉक्टर नवल किशोर चौधरी के नाम पर लोगों को साथ ठगी करने की पूरी कोशिश की. इस मामले के बारे में डीएम ने खुद सूचना देकर लोगों को सचेत रहने को कहा है. डीएम ने इस पूरे मामले की जानकारी को सोशल मीडिया पर सांझा किया है. जिससे लोगों को किसी भी प्रकार से नुकसान को न झेलना पड़े.
डीएम के नाम पर भेजे जा रहे फेक मैसेज
साइबर क्रिमिनल्स ने गोपालगंज के डीएम डॉ नवल किशोर को निशाना बनाया है. डीएम के नाम पर ठगी की जा रही है. इस पूरे मामले की जानकारी मिलने के बाद पुलिस जांच में जूटी है. बताया जा रहा है कि साइबर अपराधियों ने अपने क्राइम को सफल बनाने के लिए व्हाट्सएप डीपी पर डीएम नवल किशोर की तस्वीर को लगाया हुआ है. साइबर क्रिमिनल्स खुद को गोपालगंज का डीएम बता रहे हैं. जिसके चलते वे सभी अधिकारियों और आम लोगों को लगातार मैसेज भेजे जा रहे हैं. भेजे गए सभी मैसेज में गूगल रिचार्ज का पासवर्ड जानने की कोशिश की जा रही है. लोगों से मिली जानकारी के मुताबिक जब उन्होंने पूछा कि मैसेज करने वाला कौन है तो बताया गया कि वह खुद गोपालगंज का डीएम डॉ. नवल किशोर चौधरी बताता है.
डीएम नवल किशोर ने लोगों से सावधान रहने की अपील की
इस प्रकार से लगातार कई लोगों के पास डीएम के नाम से फर्जी मैसेज भेजे जाने की शिकायत कलेक्टर तक पहुंची तो उसके बाद डीएम ने इस पूरे मामले की जांच के लिए आदेश दिए. इसके अलावा इस पूरे मामले को उन्होंने सोशल मीडिया फेसबुक पर भी एक मैसेज शेयर किया, ताकि लोग साइबर क्रिमिनल्स से बच सकें, और लोगों से सावधान रहने की भी अपील की.
डीएम ने फेसबुक पर मैसेज किया शेयर
इस मामले ने डीएम नवल किशोर ने लोगों से अपील की और कहा कि अज्ञात व्यक्ति के द्वारा व्हाट्सएप पर मेरी तस्वीर लगाई गई है. जिसके जरिये सरकारी कर्मचारियों और आम लोगों के पास मैसेज भेजा जा रहा है. उन्होंने आगे कहा कि .यदि लोगों को मेरी डीपी लगी तस्वीर से व्हाट्सएप पर मैसेज रीसिव होता है तो उसे बिल्कुल फेक समझें. इस पूरे मामले की जांच की जा रही है, जो भी अपराधी है उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी. साथ ही सुरक्षा के संबंध में मेरे नाम से आए मैसेज या फिर मेल को न खोलें.