मोबाइल पर फ्रॉड और पैसे निकालने के मामले लगातार बढ़ रहे
बैतूल/ साइबर क्राइम (cyber crime) के मामले दिनों दिनों बढ़ते जा रहे हैं। इसके लिए शातिर अपराधी तरह-तरह के हथकंडे अपनाते हैं। ताकि वह पुलिस गिरफ्त में आ सकें। लेकिन क्या आप जानते हैं इस तरह के क्राइम ज्यादातर सप्ताह के अंतिम दिन यानी शनिवार को ही होते हैं। यदि आपने इस बात पर गौर नहीं किया तो अब सावधान हो जाएं। इस तरह के अपराध अक्सर शनिवार को ही अंजाम देना का खास कारण है। बता दें साइबर अपराध (cyber crime) का थाना रविवार को बंद रहता है। समय गुजरने के साथ ही पैसे वापस प्राप्त किया जाना कठिन हो जाता है। ऐसी घटना आपके साथ हो जाए तो आप क्या करेंगे? (how to file police complaint)
लिंक पर क्लिक किया और 21500 रुपए निकल गए
आम्बेडकर वार्ड टिकारी निवासी नवीन पिता मोहन मालवी ने बताया कि ठग ने शनिवार रात दस बजे फोन किया। पहले दोस्ती को लेकर बातचीत की गई। अज्ञात फोनकर्ता ने अपनी आवश्यकता बताई, जिसका मित्र आर्मी में है। उसके पैसों का अंतरण करवाना हैं। मेरी बैंक लिमिट पूरी हो गई हैं। बाकी रकम दूसरे खाते में अंतरण करवाना है। उसके लिए एक बैंक खाते की जरुरत थी, जिसमें कम से कम राशि 5100 होनी चाहिए, तभी पैसा अंतरण हो सकता है। मालवी के खाते में पैसा नहीं था तो अज्ञात फोनकर्ता ने कहा कि इमरजेंसी है। नवीन ने अपने पिता का फोन पे नम्बर दिया तो एक लिंक भेजा। लिंक ओपन करने पर 21500 रुपए डालकर यूपीआइ से वैरीफाई करने के लिए कहा गया जिस पर मोहन के खाते से 21500 रुपए साफ हो गए।
जब कभी आपको लगे कि आपके साथ वित्तीय धोखाधड़ी हुई है या बिना आपकी अनुमति के खाते से पैसे निकाले गए हैं तो तुरंत ये 5 कदम उठाने चाहिए-
1-आरबीआई रेगुलेशन के मुताबिक तुरंत अपने बैंक से संपर्क करें। खाते में किसी भी अवैध ट्रांजेक्शन के बारे में बताएं। अगर बैंक को लगता है कि खाताधारक की कोई गलती नहीं है और पैसे निकाले गए हैं, तो बैंक को वह राशि लौटानी पड़ेगी।
2-हर बैंक ने ग्राहकों के लिए संदिग्ध लेनदेन या फिशिंग की शिकायत दर्ज कराने के लिए ईमेल आईडी बनाया है। अपने बैंक की ईमेल आईडी पर भी शिकायत दर्ज कराएं।
3-थाने में इसकी रिपोर्ट दें या एफआईआर दर्ज कराएं।
4-जिस खाते में गड़बड़ी हुई है उसे ब्लॉक कराएं, उससे पहले किसी दूसरे खाते में पैसे ट्रांसफर कर दें।
5-बाकी के सभी खातों की गंभीरता से निगरानी करें।