रांची. हाल के दिनों में लॉटरी और KBC के नाम पर लोगों से साइबर फ्रॉड के मामलों में इजाफा हुआ है. लालच में पड़कर लोग अक्सर इन साइबर अपराधियों के झांसे में आ जाते है. ऐसा ही एक मामला पिछले दिनों रांची में सामने आया है, जिसमें महिला को कुछ इस तरह से साइबर अपराधियों ने बहलाया कि उसने अपने सारे जेवरात बेचकर अपराधियों को पैसे देने पर मजबूर हो गई.
लालच करने वाले लोग सामान्यतः इन साइबर अपराधियों के सॉफ्ट टारगेट होते हैं. ऐसे लोग साइबर अपराधियों के झांसे में पड़ जाते हैं और फिर ऐसा कर बैठते है कि उन्हें सिर पटकने और पछताने के सिवा कुछ और नहीं सूझता. पेश मामले में एक महिला अपने पति को सरप्राइज गिफ्ट देने के लिए अपने सारे गहने बेचकर साइबर अपराधियों को करीब 12 लाख रुपए दे दिए. महिला से ये पैसे डेढ़ साल की अवधि में लिए गए जिस कारण कई ट्रांजेक्शन का डेटा महिला के द्वारा सीआईडी को मुहैया नहीं कराया जा सका. महिला ने सीआईडी को 3 लाख 45 हजार का ट्रांजेक्शन रिकॉर्ड दिया है. मामले को लेकर सीआईडी एसपी कार्तिक ने बताया कि जांच के दौरान 2 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया जो चतरा जिले के रहनेवाले हैं.
गिरफ्तार आरोपियों में छोटू हंटरगंज चतरा जिले का रहनेवला है, जो गया कॉलेज बीएससी केमिस्ट्री फाइनल इयर का स्टूडेंट है और बड़े ही शातिराना अंदाज में वह लोगो को अपना शिकार बनाता है. इस काम के लिए उसने कई लोगों को अपने साथ रखा हुआ था, जो उसे साइबर फ्रॉड में सहयोग करते थे. कई लोगों को छोटू ने कमीशन के रूप में रखा हुआ है. छोटू और अनवर अंसारी के पास से 3 मोबाइल और 6 एटीएम कार्ड बरामद हुए हैं. बहरहाल साइबर अपराधी रोज नए हथकंडे अपना कर लोगों की गाढ़ी कमाई पर हाथ साफ कर रहे हैं. इसे लेकर अवेयर रहने की जरूरत है.