संवाद सूत्र, जयपुर (बांका)। जयपुर क्षेत्र में दर्जनों महिलाएं साइबर अपराधियों की शिकार बन चुकी हैं। अब तक एक भी मामले में बैंक पीड़ित बैंक ग्राहक को राहत नहीं दिला पाई है,और ना ही पुलिस अपराधियों को सजा दिला पाई है। इस कारण ऐसे केसों की संख्या बढ़ रही है।
ताजा मामला थाना क्षेत्र के अलगजरा गांव निवासी सविता हेम्ब्रम की है। इसके खाते से 17 मार्च को पांच हजार की निकासी अपने आप हो गई। इसके अलावा 25, 26 , 28 , 29 एवं 30 मार्च को भी पांच -पांच हजार की निकासी हुई है। इस क्रम में 40 हजार उनके खाते से बिना अंगूठा लगाए ही निकासी हो गई। ये घटना सिर्फ बानगी भर है। इसके पहले भी दर्जन भर से अधिक मामले में बिना अंगूठा लगाए आधार इनेबल पेमेंट सिस्टम के माध्यम से विभिन्न खाताधारकों के खाते से 10 लाख से ऊपर साइबर अपराधी उड़ा चुके हैं।
केस स्टडी 1:
धरवा गांव निवासी संजू पंडित की पत्नी शांति देवी ने अपनी बेटी की शादी के लिए यूको बैंक खाते में पैसा रखा था। तीन फरवरी 2021 को बच्चे की इलाज के दौरान मोहनपुर थाना क्षेत्र के जोगिया ग्राहक सेवा केंद्र से एक हजार की निकासी की थी। और उसके बाद यूको बैंक के खाता से लगातार पैसा निकासी होते रहा। पीएम आवास का भी 30 हजार अपराधियों ने उड़ा लिए। लिहाजा बेटी की हाथ पीली नही हो सकी।
केस स्टडी 2 :
कटियारी पंचायत के कोलवाबारी गांव निवासी पप्पू हेंब्रम के खाते से 19 अप्रैल को प्रधानमंत्री आवास का 40 हजार आया। खाताधारक को पीएम आवास राशि की जानकारी तक नहीं हो सकी और साइबर अपराधियों ने उसी दिन से लगातार पांच दिन सारे पैसे उड़ा कर 508 रुपए छोड़ दिए।
केस स्टडी 3:
असनबनी गांव निवासी अकली देवी के खाते में 20 फरवरी को 40 हजार पीएम आवास का आया था। लाभुक को पता चल पाता उसके पहले 22 फरवरी को 25 हजार एवं 27 फरवरी को 15 हजार निकासी कर ली गई। 28 फरवरी को जब पैसा निकालने आई तो उसके खाते में एक रूपया 75 पैसा शेष बचा था।
अब तक जितनी भी शिकायतें आई हैं ,सभी आधार इनेबल पेमेंट सिस्टम सीडब्ल्यूडीआर के माध्यम से हुआ है। जो किसी ना किसी बैंक या पोर्टल के द्वारा आईडी उपलब्ध कराई गई है। जिसकी सामान्य तौर पर पहचान नहीं हो पाती है। -गौरव जमुआर, शाखा प्रबंधक , यूको बैंक जयपुर