दिल्ली पुलिस की साइबर सेल ने ऑनलाइन ठगी करने वाले एक शख्स को गिरफ्तार किया है. बताया जा रहा है कि आरोपी एमबीए ग्रेजुएट है. वो पैसा दोगुना करने के नाम पर लोगों से ठगी कर रहा था. आरोपी रजत के फर्जीवाड़े का खुलासा उस वक्त हुआ जब एक महिला ने साइबर थाने में उसके खिलाफ शिकायत दर्ज कराई.
दिल्ली पुलिस की साइबर सेल ने ऑनलाइन ठगी करने वाले एक शख्स को गिरफ्तार किया है. बताया जा रहा है कि आरोपी एमबीए ग्रेजुएट है. वो पैसा दोगुना करने के नाम पर लोगों से ठगी कर रहा था. इंडिया टुडे में छपी खबर के मुताबिक, आरोपी की पहचान हरियाणा के सिरसा स्थित बेगू रोड निवासी रजत अग्रवाल के रूप में हुई है.
आरोपी रजत के फर्जीवाड़े का खुलासा उस वक्त हुआ जब एक महिला ने साइबर थाने में उसके खिलाफ शिकायत दर्ज कराई. ठग ने इंस्टाग्राम में एक फेक आईडी के जरिए महिला से पैसे डबल करने के बहाने 1.7 लाख रुपये ठग लिए. पीड़ित महिला ने बताया कि आरोपी ने यूपीआई पेमेंट के जरिए तीन किस्तों में उसका भुगतान कराया.
इधर, 1.7 लाख की ठगी करने के बाद आरोपी ने फिर पीड़िता से पैसों की मांग की. आरोपी ने उससे और 1.12 लाख रुपये की मांग की, जिसके बाद महिला को आरोपी पर शक हुआ. इसके बाद पीड़िता ने साइबर सेल से संपर्क किया. उसने आरोपी के खिलाफ मामला भी दर्ज कराया.
रिपोर्ट दर्ज होने के बाद हरकत में आई साइबर सेल ने गहन जांच की. जांच में पाया गया कि, सभी संदिग्ध आईपी एड्रेस रजत से जुड़े थे. इसके बाद 29 मार्च को पुलिस की एक टीम ने हरियाणा में उसके घर छापेमारी कर आरोपी को गिरफ्तार कर लिया. पूछतान में आरोपी रजत ने खुलासा किया कि वो फर्जी इंस्टाग्राम अकाउंट बनाकर पैसे डबल करने का झांसा देकर लोगों को ठगता था.
वहीं, पुलिस ने साइबर धोखाधड़ी में इस्तेमाल किए गए 15 लाख रुपये के ई-गिफ्ट कार्ड और वाउचर, दो मोबाइल फोन बरामद कर लिया है. आरोपी के पास दो गूगल अकाउंट और एक इंस्टाग्राम अकाउंट भी मिला है.
गौरतलब है कि आज कल ठग भी तकनीक का इस्तेमाल ठगी के लिए करते हैं. ऐसे में ठगी के खिलाफ आपकी जागरूकता जरूरी है. ऐसे पैसे डबल करने वालों के चक्कर में न पड़े. किसी भी फोन कॉल पर बैंक के जरूरी दस्तावेज शेयर न करें. ओटीपी किसी को न बताएं. एटीएम कार्ड का पासवर्ड किसी से शेयर न करें.