मुंबई. मलाड के रहने वाले 71 साल के एक बुजुर्ग को बीते सोमवार को दोपहर के वक्त एक फोन कॉल आता है. लंच करने के बाद बुजुर्ग आराम करना चाहते थे, मगर अनजान फोन नंबर से आए कॉल को देखकर वह कॉल रिसीव करते हैं. जैसे ही वह फोन पर हेलो बोलते हैं, कॉल करने वाले की आवाज आती है- ‘मैं दिल्ली का पुलिस कमिश्नर बोल रहा हूं. तुम्हारा एक नग्न (न्यूड) वीडियो यूट्यूब पर अपलोड हुआ है. अगर फौरन नहीं हटाया तो तुम्हें गिरफ्तार कर लिया जाएगा.’ यह सुनकर बुजुर्ग के होश उड़ जाते हैं. उन्हें कुछ समझ नहीं आया कि आखिर उन्होंने कब अपना न्यूड वीडियो अपलोड किया.
इससे पहले बुजुर्ग कॉल करने वाले से कुछ और पूछ पाते खुद को पुलिस कमिश्नर बताने वाले ने फोन काट दिया. उन्होंने बस इतना सुना कि आपको राहुल शर्मा नाम के एक शख्स से संपर्क करना है जो उन्हें वीडियो हटाने और ई-मेल पर कंफर्म करने में मदद करेगा. इसके बाद वो राहुल शर्मा से संपर्क करते हैं, और वह वीडियो हटाने के नाम पर 1.4 लाख रुपये बुजुर्ग से ले लेता है. जब और पैसों की मांग हुई, तब उन्हें अहसास हुआ की वे साइबर क्राइम का शिकार बन चुके हैं.
बुजुर्ग ने मामला दर्ज करवाया
टाइम्स ऑफ इंडिया की एक रिपोर्ट के मुताबिक, बुजुर्ग ने ठगी का अहसास होने पर पुलिस में मामला दर्ज करवाया. मलाड पुलिस के एक अधिकारी ने कहा कि पीड़ित ने राहुल शर्मा के बताए गए खातों में छह ऑनलाइन फंड ट्रांसफर करने के बाद दो लोगों के खिलाफ प्रतिरूपण और धोखाधड़ी का एफआईआर दर्ज करवाया है.
एफआईआर के मुताबिक, बुजुर्ग को दिल्ली पुलिस कमिश्नर राकेश अस्थाना के नाम से कॉल किया गया था. उस शख्स ने कहा था कि वह दिल्ली पुलिस का मुख्य पुलिस कमिश्नर अस्थाना बोल रहा हूं. आपका नग्न वीडियो अपलोड हुआ है. अगर वह नहीं हटा, तो सीबीआई भेज कर तुम्हें गिरफ्तार कर लिया जाएगा. इसके बाद उसने राहुल शर्मा का नंबर दिया.
यूट्यूब से वीडियो हटाने के नाम पर ठगी
बुजुर्ग ने जब शर्मा को कॉल किया, तो उसने कहा कि उन्हें यूट्यूब से वीडियो हटाने के लिए पैसे देने होंगे. इसके बाद उन्होंने पहले 25,000 रुपये और 22,700 रुपये ट्रांसफर किए. इसके बाद उसने दो और वीडियो हटाने के लिए 97,000 हजार रुपये और मांगे. इस पर बुजुर्ग ने अपने बेटे के पैसे लिए. फिर उन्हें अहसास हुए कि उन्हें ठगा जा रहा है.
सावधान रहें- पुलिस ने चेताया
पुलिस का कहना है कि उस बैंक के खाते का विवरण मांगा गया है, जहां पैसा भेजा गया है. फिलहाल इस मामले में साइबर क्राइम की एक टीम कॉलर को ट्रैक कर रही है. साथ ही मलाड पुलिस के अधिकारी ने लोगों को सलाह दी है कि लोगों को अज्ञात व्यक्तियों के साथ फोन पर कोई भी जानकारी साझा नहीं करनी चाहिए और धमकी या चेतावनी कॉल प्राप्त करने से घबराना नहीं चाहिए. इसके बजाय, उन्हें अपने स्थानीय पुलिस स्टेशन से संपर्क करना चाहिए.