CYBER CERT

Crime Emergency Response Team

जामताड़ा मॉडल ऑफ साइबर क्राइम का नया हथियार, बटन आप दबाएंगे, पैसा कोई और ले जाएगा…

रांची. एटीएम पर साइबर अपराधियो पर पैनी नजर शुरू से रही है. एटीएम क्लोनिंग के जरिए ठगी हो या फिर एटीएम में छेड़छाड़ कर लोगों की गाढ़ी कमाई पर हाथ साफ करना, ये तौर-तरीके अब पुराने हो चुके हैं. अब साइबर अपराधी एक ऐसे डिवाइस का इस्तेमाल करना शुरू कर चुके हैं जिससे लोग पैसे निकालने के लिए बटन तो दबाते हैं, लेकिन पैसा साइबर अपराधियों को ही मिलता है. अब आप सोच रहे होंगे ये कैसे संभव है, तो हम आपको बताते हैं.

इस डिवाइस को साइबर की दुनिया मे इम्रोवाईज डिवाइस के नाम से जाना जा रहा है. लोहे के डिवाइस को साइबर अपराधी कैश निकालने वाली जगह में कुछ मिनट में अंदर डालते ही ये डिवाइस अंदर जाने के बाद बाहर से भी नजर नहीं आता, जिस कारण एटीएम में आने वाले लोग इसे नहीं देख पाते और पैसे निकालने के लिए एटीएम में पिन नंबर डालते हैं. पैसे निकालने के लिए अमाउंट भी डालते हैं, लेकिन पैसा नहीं निकल पाता. जिसके बाद लोग एटीएम खराब मानकर निकल जाते हैं, लेकिन इसके बाद वहां साइबर अपराधी पहुंचते हैं और फिर वो उस डिवाइस को निकालते हैं. जिसके बाद वो पैसा साइबर अपराधी निकाल ले जाते हैं.

झारखण्ड से बिहार-यूपी तक फैला जाल
इस तरह के कई मामले हाल के दिनों में सामने आ रहे हैं. यूपी हो या फिर देश के दूसरे हिस्सों में इस तरह के मामले सामने आए हैं. वहीं, इसी एटीएम मशीन में छेड़छाड़ कर पैसे निकालने का मामला रांची में भी सामने आया था. जिसमें एक फीजियोथेरेपिस्ट पुष्पा रानी एटीएम से पैसे निकालने पहुंची थी, लेकिन पैसा वो नहीं निकाल पाई और वो सारी रकम साइबर अपराधियों ने निकाल लिया. जिसपर पुलिस ने कार्रवाई करते हुए आरोपी को धर दबोचा.

नई-नई तरकीब लेकर आ रहे अपराधी
मामले को लेकर सीआईडी साइबर सेल के डीएसपी सुमित बताते हैं कि हाल के दिनों में साइबर अपराधी लगातार पैसे उगाही को लेकर नई-नई तरकीब निकाल रहे हैं. इसी कड़ी में वो इम्प्रोवाइज डिवाइस का इस्तेमाल कर लोगों की गाढ़ी कमाई पर हाथ साफ कर रहे हैं. एटीएम में लोग साइबर अपराधियों के शिकार न बने इसे लेकर सीआईडी के साइबर सेल के एसपी एस कार्तिक बताते हैं कि लोग एटीएम से पैसे निकालने में सावधानी रखें. स्कीमिंग मशीन न लगा हो इसकी पड़ताल कर लें. कोई की पैड के ऊपर या बगल में कोई हिडेन कैमरा न हो, इसकी जांच अवश्य करें. वहीं पिन डालने से पहले ये भी वेरिफाई जरूर करें कि कोई आपके पिन को देखने की कोशिश तो नहीं कर रहा.

एटीएम में किन बातों का रखे ख्याल
जिस एटीएम में गार्ड न हो उस एटीएम के इस्तेमाल से बचें
एटीएम में पैसे निकालने से पहले मशीन को चेक कर लें कि कही स्क्रीमिंग मशीन तो नहीं लगी.
एटीएम के की पैड के आस-पास भी अच्छी तरह वेरिफाई करें कि कहीं कोई हिडेन कैमरा तो इंस्टॉल नहीं.
एटीएम में पिन डालते वक्त ध्यान रखें कि कोई आपके एटीएम के की पैड को तो नहीं देख रहा.
किसी अंजान से एटीएम में सहायता न लें.
अगर कुछ भी संदिग्ध लगता हो तो तुरंत ही बैंक से सम्पर्क करें.
अब इम्प्रोवाइज डिवाइस की भी चेकिंग अवश्य करें क्योंकि साइबर अपराधियों का ये एक नया हथकंडा है.

हाल के दिनों में बढ़ी है साइबर अपराध की वारदातें
एटीएम में साइबर अपराध की वारदातों में हाल के दिनों में इजाफा हुआ है. रांची में भी साइबर अपराधियों की नजर एटीएम पर कुछ ज्यादा ही टेढ़ी है. बिहार के भी गैंग इन दिनों झारखण्ड के एटीएम में अपने हाथ साफ करने में जुटे हैं. पिछले दिनों नालंदा का एक साइबर अपराधी भी पुलिस के हत्थे चढ़ा था. बहरहाल साइबर अपराधियों पर नकेल कसने को लेकर पुलिस डाल-डाल है तो साइबर अपराधी पात-पात. ऐसे में उनपर नकेल कसना में पुलिस के लिए आसान नहीं है.

Witness of such Cyber Crime ?

Our Experts

Tapan Kr. Jha

Cyber Crime Investigator

Riddhi Soral

Legal Advisor